Thursday, June 5, 2008

दोस्ती है, जीवन का सत्य....!



दोस्त की दोस्ती से पीछा छूटना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है...

ये मेरे दोस्त हैं... प्रेम...! केवल नाम के ही प्रेम नहीं, काम से भी प्रेमी हैं.... दोस्तों के लिए हर टाइम तैयार हैं, दोस्ती निभाने के लिए...! आजकल प्रेम भाई डेल्ही में नहीं हुबली में हैं। प्रेम भाई इन दिनों रेलवे में किसी अधिकारी के पी ए हैं।

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